सासाराम: नामांकन के अंतिम दिन सासाराम से एक बड़ी खबर सामने आई है. राष्ट्रीय जनता दल के सासाराम विधानसभा सीट से प्रत्याशी सत्येंद्र साह को नामांकन दाखिल करने के तुरंत बाद गिरफ्तार कर लिया गया. इस घटना ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है. राजद समर्थकों ने इसे भाजपा की साजिश करार देते हुए आक्रोश जताया है.
नामांकन के बाद पुलिस ने की कार्रवाई: सासाराम जिला मुख्यालय में नामांकन प्रक्रिया पूरी करने के बाद जैसे ही सत्येंद्र साह बाहर निकले, भारी पुलिस बल ने उन्हें हिरासत में ले लिया. बताया जा रहा है कि सत्येंद्र साह करगहर थाना क्षेत्र के निवासी हैं और उनकी गिरफ्तारी झारखंड के गढ़वा जिले के एक पुराने मामले में हुई है. पुलिस के अनुसार, वर्ष 2004 में गढ़वा में डकैती के एक मामले में गढ़वा न्यायालय ने उनके खिलाफ स्थाई वारंट जारी किया था.
राजद समर्थकों का आरोप: सत्येंद्र साह की गिरफ्तारी की खबर फैलते ही राजद समर्थक आक्रोशित हो गए. उन्होंने इसे भाजपा की साजिश करार दिया और दावा किया कि यह कार्रवाई राजद प्रत्याशी को चुनावी मैदान से हटाने की सुनियोजित चाल है. समर्थकों का कहना है कि सत्येंद्र साह जनता के बीच लोकप्रिय हैं और इस गिरफ्तारी का मकसद उनकी छवि को धूमिल करना है.
सत्येंद्र साह का बयान: गिरफ्तारी से पहले सत्येंद्र साह ने कहा, \"राजद ने मुझ पर भरोसा जताया है और मुझे सासाराम विधानसभा सीट से उम्मीदवार बनाया है. यह विरोधियों की साजिश है, जिसके तहत मुझे फंसाया जा रहा है, लेकिन जनता का मुझ पर विश्वास है और वह बिहार विधानसभा चुनाव में इसका करारा जवाब देगी.\"