गरियाबंद। कच्चे घर की मिट्टी निकालते समय गुहा राम निषाद का अचानक पैर फिसलने से वह 10 फीट नीचे गिर गया और गंभीर रूप से घायल हो गया। इस दुर्घटना ने न केवल उनकी शारीरिक क्षमता छीन ली, बल्कि उनकी सारी जमा-पूंजी भी इलाज में खर्च हो गया।
वर्षों से अपनी पत्नी के साथ अकेले रह रहे गुहा राम निषाद के लिए घर बनाना अब एक असंभव सपना बन चुका था। ऐसे समय में निषाद अपने जीवन की सबसे बड़ी खुशी का अनुभव तब हुआ जब उसे प्रधानमंत्री आवास मिला।
राज्य की पुनर्वास नीति महत्वपूर्ण है, इससे सबको फायदा होगा : CM विष्णुदेव साय गुहा राम के जीवन में नई उम्मीद और सुरक्षा का संचार आवास स्वीकृत होने से गरियाबंद जिला के फिंगेश्वर विकासखंड के ग्राम पंचायत रोहिना के आश्रित ग्राम सेम्हराडीह निवासी 73 वर्षीय गुहा राम निषाद के जीवन में इस एक हादसे ने उनके जीवन की दिशा ही बदल दी थी,
जिससे वह निराश रहने लगा। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत प्रदेश में 18 लाख आवासों की स्वीकृति दी गई, जिसमें गुहा राम निषाद का नाम भी शामिल हुआ। इस योजना के अंतर्गत उन्हें पक्का आवास मिला, जिसने उनके जीवन में नई उम्मीद और सुरक्षा का संचार किया।
गर्भवती के साथ रेप की कोशिश, डॉक्टर पर आरोप जीवन में सम्मान और आत्मनिर्भरता की नई रोशनी मिली गुहा राम भावुक होकर कहते हैं “मैं अब चलने में सक्षम नहीं हूं, डंडे के सहारे चलता हूं। घर बनाना तो दूर, एक ईंट उठाना भी मेरे बस की बात नहीं थी।