हम सभी किसी न किसी बात को भूल जाते हैं कभी चाबी, कभी मोबाइल, तो कभी जरूरी मीटिंग. लेकिन, जब ये भूलने की आदत रोजमर्रा की जिंदगी को प्रभावित करने लगे, तो यह स्मृति दोष (Memory Loss) का संकेत हो सकता है. अच्छी बात यह है कि कुछ प्राकृतिक उपायों से हम अपनी याददाश्त को मजबूत बना सकते हैं.
ऐसा ही एक उपाय है हर रोज सुबह खाली पेट कुछ खास फलों का सेवन करना. ये फल न केवल दिमाग को तेज बनाते हैं, बल्कि भूलने की बीमारी (Dementia, Alzheimer\'s) जैसी समस्याओं से भी बचाते हैं. आइए जानते हैं कौन से हैं ये चमत्कारी फल और कैसे करें इनका सेवन.
अंगूर में रेसवेराट्रॉल नामक एंटीऑक्सिडेंट होता है, जो दिमाग की कोशिकाओं को डैमेज होने से बचाता है. यह ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाता है, जिससे ब्रेन को पर्याप्त ऑक्सीजन और पोषण मिलता है. रोज सुबह एक कटोरी काले या हरे अंगूर खाली पेट खाने से याददाश्त तेज होती है.
अखरोट को दिमाग के आकार जैसा माना जाता है और यह ओमेगा-3 फैटी एसिड का बेहतरीन स्रोत है. यह न्यूरॉन्स को मज़बूत करता है और न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर से बचाता है. रोज सुबह 2-3 भीगे हुए अखरोट खाली पेट खाने से मानसिक क्षमता बढ़ती है.
सेब में क्वेरसेटिन नामक तत्व होता है, जो मस्तिष्क की सूजन को कम करता है. यह न्यूरोट्रांसमीटर को सक्रिय करता है, जिससे सोचने और याद रखने की क्षमता बेहतर होती है. सुबह खाली पेट एक सेब खाना दिमाग के लिए बहुत फायदेमंद है.
केले में विटामिन B6 होता है, जो सेरोटोनिन और डोपामिन जैसे हार्मोन के निर्माण में मदद करता है. यह मूड को बेहतर करता है और फोकस बढ़ाता है. रोज सुबह एक केला खाने से मानसिक थकान दूर होती है.
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ब्लूबेरी में एंथोसायनिन्स होते हैं, जो दिमाग की कोशिकाओं को ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से बचाते हैं. यह सीखने और याद रखने की क्षमता को बेहतर बनाता है. अगर ताजा ब्लूबेरी न मिले, तो ड्राय ब्लूबेरी भी इस्तेमाल की जा सकती है.
आंवला में विटामिन C भरपूर मात्रा में होता है, जो न्यूरोलॉजिकल हेल्थ के लिए जरूरी है. यह ब्रेन सेल्स को पुनर्जीवित करता है और तनाव कम करता है. रोज सुबह एक चम्मच आंवला जूस या कच्चा आमला खाना लाभकारी होता है.