पवित्र तुलसी का न केवल धार्मिक महत्व है, बल्कि इसका औषधीय महत्व भी बहुत है। आयुर्वेद में तुलसी को \"विष्णु प्रिया\" और \"जीवन दायिनी\" कहा जाता है। अगर इसका सेवन सही तरीके से, खासकर खाली पेट किया जाए, तो यह शरीर को अंदर से मज़बूत बनाती है और कई बीमारियों से बचाती है। आइए जानते हैं इसे पीने के फ़ायदों के बारे में। तुलसी जल क्या है: तुलसी के कुछ पत्तों को रात भर पानी में उबालकर या भिगोकर तैयार किया गया पानी, जिसे सुबह खाली पेट पिया जाता है, तुलसी जल कहलाता है।
मुल्तानी मिट्टी: एक प्राकृतिक त्वचा देखभाल चमत्कार खाली पेट तुलसी जल पीने के फ़ायदे: प्रतिरक्षा शक्ति बढ़ाने वाला: तुलसी में जीवाणुरोधी, विषाणुरोधी और कवकरोधी गुण होते हैं। रोज़ सुबह तुलसी जल पीने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, जिससे सर्दी-ज़ुकाम से लेकर वायरल संक्रमण तक, हर तरह की बीमारियों से बचाव होता है। तनाव और चिंता से राहत: तुलसी में मौजूद एडाप्टोजेन्स शरीर को तनाव से लड़ने में मदद करते हैं। यह मन को शांत करता है और मूड को बेहतर बनाता है।
घर पर स्वादिष्ट मूंग दाल हलवा कैसे बनाएं वजन घटाने में सहायक: तुलसी जल चयापचय को बढ़ावा देता है और शरीर में वसा के संचय को रोकता है। अगर आप वज़न कम करना चाहते हैं, तो इसे अपने आहार में ज़रूर शामिल करें।
त्वचा के लिए फ़ायदे: तुलसी एक डिटॉक्सिफ़ायर का काम करती है। इसके नियमित सेवन से त्वचा में निखार आता है और मुँहासों व फोड़े-फुंसियों से राहत मिलती है। हृदय के लिए अच्छा: तुलसी का पानी कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करता है और रक्तचाप को संतुलित रखता है, जिससे हृदय रोग का खतरा कम होता है।
चुकंदर से पाएं नेचुरल गुलाबी गाल, जानें इसे बनाने के आसान तरीके पाचन में सुधार: तुलसी पेट को साफ़ रखने में मदद करती है। यह गैस, अपच और एसिडिटी जैसी समस्याओं से राहत दिलाती है। सांसों की दुर्गंध और दांतों की समस्याओं के लिए फ़ायदेमंद: तुलसी में जीवाणुरोधी गुण होते हैं जो सांसों की दुर्गंध को दूर करते हैं और मसूड़ों को मज़बूत बनाते हैं।
तुलसी का पानी कैसे बनाएँ: 7-10 ताज़ा तुलसी के पत्ते, 1 गिलास पानी विधि: तुलसी के पत्तों को एक गिलास पानी में डालें। ढककर रात भर भीगने दें। सुबह खाली पेट छानकर पिएँ। या फिर, आप इसे 5-7 मिनट तक उबालकर हल्का ठंडा होने पर पी सकते हैं।