IMG-LOGO

एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर जामुन से बढ़ती है रोग प्रतिरोधक क्षमता

Posted on: 2025-09-04
IMG
एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर जामुन से बढ़ती है रोग प्रतिरोधक क्षमता

गर्मियों का मौसमी फलजामुन न केवल स्वाद में लाजवाब होता है, बल्कि इसके औषधीय गुण इसे सुपरफूड बनाते हैं। इसमें मौजूद जंबुसीन, फाइबर, आयरन और एंटीऑक्सीडेंट शरीर को अंदर से डिटॉक्स करने और बीमारियों से लड़ने की ताकत देते हैं।

इसे जामुन, राजमन, काला जामुन, जमाली, ब्लैकबेरी आदि कई घरेलू नामों से भी जाना जाता है। यह प्रकृति में अम्लीय और कसैला और स्वाद में मीठा होता है। इसकी अम्लीय प्रकृति के कारण, इसे आमतौर पर नमक के साथ खाया जाता है।

जामुन का फल 70 प्रतिशत खाने योग्य होता है। इसमें ग्लूकोज और फ्रुक्टोज के दो मुख्य स्रोत हैं। फल में खनिजों की मात्रा अधिक होती है। अन्य फलों की तुलना में, यह कम कैलोरी प्रदान करता है। यह आयरन का एक बड़ा स्रोत है।

प्रति 100 ग्राम में एक से दो मिलीग्राम आयरन होता है। इसमें विटामिन \'बी\', कैरोटीन, मैग्नीशियम और फाइबर होता है। इसमें फाइबर और एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं। यह कब्ज, गैस, अपच और दस्त जैसी समस्याओं में राहत देता है। काले नमक के साथ इसका सेवन करने से पाचन क्रिया बेहतर होती है।

जामुन पोटेशियम और एंटी-हाइपरलिपिडेमिक तत्वों से भरपूर होता है। यह रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित रखता है। यह दिल के दौरे और स्ट्रोक के खतरे को भी कम करता है। इसमें विटामिन सी, आयरन और एंटीऑक्सीडेंट होते हैं।

ये सर्दी-खांसी, वायरल संक्रमण और मौसमी बीमारियों से बचाते हैं। जामुन का रोजाना सेवन रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है। जामुन में सूजन-रोधी और विषहरण गुण होते हैं जो मुंहासों, दाग-धब्बों और उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा करते हैं। यह त्वचा को जवां और चमकदार बनाता है।





Tags: