गरियाबंद। कृषि विज्ञान केंद्र गरियाबंद के द्वारा भगवान श्री बलराम जयंती के अवसर पर आज किसान दिवस का आयोजन भारतीय किसान संघ के अध्यक्ष माधव सिंह एवं अन्य पदाधिकारी अभिमन्यु ध्रुव, राजेंद्र सिंह राजपूत, गंगाराम सिंह, ललित निषाद एवं प्रगतिशील कृषको की गरिमामय उपस्थिति में किया गया।
इस अवसर पर कृषि विज्ञान केंद्र के संस्था प्रमुख डॉ मनीष चौरसिया वैज्ञानिक मनीष आर्य तुषार मिश्रा कृषि विभाग से सहायक संचालक कृषि बि. आर. साहू एवं अन्य वैज्ञानिक और अधिकारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का प्रारंभ सम्माननीय अतिथि गणों के द्वारा भगवान बलराम एवं छत्तीसगढ़ महतारी के पूजा अर्चना से किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि माधव सिंह एवं अन्य पदाधिकारीयो के द्वारा भगवान श्री बलराम जयंती के अवसर पर मनाया जा रहे हैं एक दिवासिय किसान दिवस पर कृषकों को संबोधित करते हुए प्राकृतिक खेती, गौ कृषि वाणिज्यिक एवं तिलहन उत्पादन को बढ़ावा देने हेतु प्रोत्साहित किया एवं कृषि वैज्ञानिकों के द्वारा दिए जाने वाले तकनीकी मार्गदर्शन एवं सलाह के अनुरूप खेती करने का सुझाव कृषकों को दिया गया।
केंद्र के संस्था प्रमुख डॉ मनीष चौरसिया के द्वारा भगवान श्री बलराम जयंती के अवसर पर किसान दिवस के रूप में मनाया जा रहे एकदिवसीय कार्यशाला के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दिया गया एवं विस्तृत रूप से कार्यक्रम की रूपरेखा के बारे में जानकारी देते हुए केंद्र में संचालित प्राकृतिक खेती एवं तिलहन उत्पादन के संबंध में किए जा रहे प्रदर्शन के बारे में बताया गया।
केंद्र के वैज्ञानिक मनीष आर्य के द्वारा फसल परिवर्तन को अपनाते हुए तिलहन एवं दलहन उत्पादन के संबंध में कृषकों को विस्तृत रूप से प्रशिक्षण दिया गया एवं फसल परिवर्तन को बढ़ावा देने के लिए रबी एवं ग्रीष्मकालीन धान की जगह पर तिलहन एवं दलहन फसलों की वैज्ञानिक तरीके से खेती करने का विस्तृत रूप से जानकारी देते हुए प्राकृतिक खेती एवं जैविक खेती के महत्व के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी साझा किया गया।
केंद्र के वैज्ञानिक तुषार मिश्रा के द्वारा प्राकृतिक खेती के विभिन्न अवयव बीजअमृत घनजीव अमृत जीवामृत ब्रह्मास्त्र अग्निअस्त्र निर्मास्त्र आदि के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी दिया गया साथ ही कृषि विज्ञान केंद्र के प्रक्षेत्र में प्राकृतिक खेती के प्रदर्शन इकाई का अवलोकन कृषकों को कराया गया।
कृषि विभाग से सहायक संचालक कृषि बि आर साहू के द्वारा कृषि विभाग में संचालित कृषि से संबंधित योजनाओं के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी दिया गया।
प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान प्रगतिशील कृषकों के द्वारा प्राकृतिक खेती एवं तिलन उत्पादन के संबंध में कृषिकों के बीच में अपने अनुभव को साझा किया गया एवं प्राकृतिक खेती और तिलहन उत्पादन को बढ़ाने हेतु सभी कृषक को एक मत होकर आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित किया गया।
कार्यक्रम का संचालन केंद्र के वैज्ञानिक तुषार मिश्रा के द्वारा किया गया एवं अंत में सभी कृषकों को प्रक्षेत्र में स्थापित फसल उत्पादन इकाई, उद्यान इकाई, पशुपालन इकाई प्राकृतिक खेती इकाई, जैविक ईकाई का भ्रमण कराया गया।